नई दिल्ली, अक्टूबर 7 -- एक जिज्ञासु शिष्य का सवाल है, 'क्या हमें परम पुरुष से बार-बार प्रार्थना करनी चाहिए कि हमें और शक्ति दें?' आपके सामने कर्तव्य की पुकार है और परम पुरुष आपको इस आह्वान का जवाब देने के लिए आवश्यक शक्ति पहले ही दे चुके हैं। उनके लिए आपको शक्ति मांगना जरूरी नहीं हैै। हम अक्सर भूल जाते हैं कि परम पुरुष ब्रह्मांड की हरेक इकाई में व्याप्त हैं- सूर्य, चंद्रमा, ग्रह, निहारिकाओं, तारों और छोटे से छोटे अणुओं में उसकी व्याप्ति है। उनकी संगति और व्यवस्था यह सुनिश्चित करती है कि आप कभी असहाय, अकेले नहीं हैं। जब तक आपके पैरों के नीचे धूल का एक कण है और सिर पर कोई तारा टिमटिमा रहा है, तब तक आप अकेले नहीं हैं। इसलिए भय और आशंका की कोई आवश्यकता नहीं। बस, आध्यात्मिक पथ पर स्थिर रहें। हमेशा याद रखें कि परम पुरुष आपको चाहते हैं। उनकी विश...