अलीगढ़, अक्टूबर 9 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। तनाव, अवसाद और नशे की लत से जूझते लोगों के लिए अब उम्मीद की किरण दिखाई देने लगी है। मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बढ़ती जागरूकता और समय पर उपचार से मरीजों की जिंदगियां पटरी पर लौट रही हैं। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (एनएमएचपी) की रिपोर्ट बताती है कि अब लोग न सिर्फ मदद मांग रहे हैं बल्कि, मानसिक बीमारी को छिपाने के बजाय खुलकर उसका सामना भी कर रहे हैं। एनएमएचपी की रिपोर्ट के अनुसार, जनपद में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे 3722 मरीज ओपीडी में पहुंचे। इनमें सबसे अधिक 763 मरीज अवसाद और 735 मरीज चिंता विकार से ग्रसित पाए गए। मानसिक स्वास्थ्य की एक और गंभीर चुनौती नशे की लत और आत्महत्या का जोखिम है। रिपोर्ट में 329 मरीज नशे की लत से जुड़े और 62 मरीज आत्महत्या के जोखिम में चिह्नित हुए। इनमे...