कानपुर, अक्टूबर 27 -- कानपुर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की ओर से रविवार को चिकित्सकों के लिए शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम का उद्देश्य चिकित्सकों को ऊपरी जठरांत्र असुविधा और इसके प्रभावी प्रबंधन से अवगत कराना था। प्रथम वक्ता गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. शुभ्रा मिश्रा ने बताया कि उम्र बढ़ने के साथ शरीर के पाचन तंत्र में स्वाभाविक बदलाव होते हैं। बुजुर्गों में पाचन से जुड़ी बीमारियों की पहचान और उनका उपचार चुनौतीपूर्ण बन जाता है। उन्होंने बताया कि लार का स्राव कम होने से भोजन निगलने में कठिनाई, पेट में एसिड का स्राव घटने से पाचन धीमा, आंतों की गति कम होने से कब्ज़ आम बात है। लिवर और अग्न्याशय की क्रियाशीलता घटने से दवा और पाचन प्रभावित होता है। डॉ. मिश्रा ने बुजुर्गों को नियमित स्वास्थ्य जांच, संतुलित आहार, पर्याप्त पानी...
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