नई दिल्ली, अप्रैल 23 -- मुंबई। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और आयातकों की डॉलर मांग के कारण अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे टूटकर 85.44 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अमेरिकी मुद्रा में सुधार का कारण डोनाल्ड ट्रंप का विशेष रूप से फेडरल रिजर्व और चीन के प्रति रुख का नरम होना है। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के मंगलवार को फेडरल रिजर्व के चेयरमैन, जेरोम पॉवेल के खिलाफ रुख में नरमी से बाजार को समर्थन मिला। साथ ही ट्रंप ने चीन के विरुद्ध शुल्क कम करने की संभावना का भी संकेत दिया।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...