धनबाद, जुलाई 6 -- मैथन, प्रतिनिधि। आज़ाद भारत की पहली बहुउद्देश्यीय परियोजना 7 जुलाई 1948 को संसद के द्वारा पारित डीवीसी अधिनियम के अंतर्गत अस्तित्व में आया। लगभग आठ दशकों के सफर में डीवीसी ने तमाम उतार चढ़ाव के बावजूद सफलता के नए मुकाम हासिल किए।भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने डीवीसी की कई इकाइयों का उद्घाटन किया। नेहरु जी के मुताबिक डीवीसी आधुनिक भारत का ड्रीम प्रोजेक्ट है। डीवीसी पश्चिम बंगाल और झारखंड में विद्युत उत्पादन करने वाली एक प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है। पूर्वी भारत की सरज़मीन से यह परियोजना आज देश के कोने-कोने को रौशन कर रहा है।साथ ही ऊर्जा उत्पादन, जलप्रबंधन, सिंचाई और औद्योगिक विकास में डीवीसी अहम भूमिका निभा रहा है। टेनेसी घाटी के तर्ज बनी निगम के मुख्य उद्देश्य बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई, बिजली का उत...