नई दिल्ली, दिसम्बर 4 -- बॉम्बे हाईकोर्ट ने नक्सलियों से संबंध रखने के मामले में गिरफ्तार दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर हनी बाबू को गुरुवार को जमानत दे दी। वे पांच साल से अधिक समय से नवी मुंबई की तलोजा जेल में बंद हैं। यह मामला 31 दिसंबर, 2017 को पुणे के भीमा-कोरेगांव में दिए कथित भड़काऊ भाषणों से संबंधित है। इन भाषणों के कारण अगले दिन शहर के बाहरी इलाके में हिंसा भड़क उठी थी। न्यायमूर्ति एएस गडकरी और न्यायमूर्ति आरआर भोसले की खंडपीठ ने उन्हें एक लाख रुपये का निजी मुचलका और इतनी ही रकम की जमानत राशि जमा करने का निर्देश दिया। इससे पहले एनआईए ने जमानत आदेश पर रोक लगाने का अनुरोध किया, ताकि सुप्रीम कोर्ट में अपील की जा सके। वहीं, हाईकोर्ट ने इस अनुरोध को यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि हनी बाबू पांच साल से अधिक समय से जेल में है। यह ...