मेरठ, नवम्बर 29 -- कातिलाना हमले में गलत नामजदगी का हवाला देकर छात्र के परिजनों ने थाने में साक्ष्य दिए। वीडियो फुटेज उपलब्ध कराई लेकिन थाने में धमकाया गया। सीओ ऑफिस में पांच बार चक्कर लगाए लेकिन मदद नहीं मिली। थक-हारकर पीड़ित परिवार डीआईजी के समक्ष पहुंचा। डीआईजी ने कार्रवाई का आदेश दिया, लेकिन थाना पुलिस ने सुनवाई नहीं की। जांच और कार्रवाई के लिए एसपी सिटी को जिम्मेदारी दी गई है। डॉ. अभिषेक पाठक निवासी शीलकुंज ने पल्लवपुरम थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। कार्तिक वर्मा, अवनी, निशांत और आयुष धामा को आरोपी बनाया गया। डॉ अभिषेक के बेटे अंशुमन पाठक पर 6 सितंबर को एक इंस्टीट्यूट के गेट पर कुछ युवकों ने हमला किया। घायल अंशुमन को अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोप लगाया गया कार्तिक वर्मा और अवनी अंशुमन से रंजिश रखते हैं। इसी को लेकर पुलिस ने मुकद...