लखनऊ, अगस्त 28 -- जानकीपुरम में उल्टी-दस्त से दो मरीजों की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य विभाग की कोताही उजागर हुई है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जानकीपुरम ट्रॉमा सेंटर में न तो किसी फिजिशियन की तैनाती है न ही बाल रोग विशेषज्ञ। ऐसे में उल्टी-दस्त के मरीज को हड्डी रोग व सर्जन के भरोसे भर्ती कराया था। गुरुवार को एडी मंडल ने संक्रामक रोग फैलने के कारण, इलाज के इंतजाम आदि की जांच की। जिसके बाद ट्रॉमा में फिजिशियन व बाल रोग विशेषज्ञों की तैनाती की। जानकीपुरम में करीब एक सप्ताह से उल्टी-दस्त का प्रकोप है। बड़ी संख्या में लोग बुखार से जूझ रहे हैं। यहां उल्टी-दस्त से दो मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद अधिकारी बीमारी को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सबसे पहले गंभीर मरीजों को संसाधनविहीन ट्रॉमा सेंटर में ...