उन्नाव, जुलाई 29 -- उन्नाव। विश्व ओआरएस दिवस के मौके पर मंगलवार को पीएचसी में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसदौरान डायरिया के प्रति जागरूकता के साथ ही डायरिया के नियंत्रण व प्रबंधन में ओआरएस और जिंक की महत्ता के बारे में जानकारी दी गई। नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चंपापुरवा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अल्तमस ने बताया कि नवजात शिशुओं में की अकस्मात मौतों के प्रमुख कारणों में डायरिया भी शामिल है। ऐसे में पांच साल तक के बच्चों को डायरिया से सुरक्षित बनाने के लिए जन जागरूकता बहुत जरूरी है। ऐसे में डायरिया से बचाव के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसदौरान आशा कार्यकत्रियों से डायरिया के लक्षण, बचाव व ओआरएस और जिंक की उपयोगिता के बारे में चर्चा की गयी। बताया कि डायरिया रोको अभियान में पापुलेशन ...