देवघर, मई 27 -- मधुपुर। माप-तौल विभाग की लापरवाही के कारण इन दिनों उपभोक्ता ठगी के शिकार हो रहे हैं। शहरी और ग्रामीण इलाकों के दुकानों में प्रयोग होने वाले इलेक्ट्रॉनिक तराजू के वजन पर प्रश्न चिह्न लग रहा है। इलेक्ट्रॉनिक तराजू का सेटिंग कर उपभोक्ताओं को कम समान तौल कर दिया जा रहा है। उपभोक्ता को अधिक मूल्य देकर कम वजन पर ही संतोष करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक दुकानदारों द्वारा अधिकांश इलेक्ट्रॉनिक तराजू का इस्तेमाल किया जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिक तराजू को दुकानदार अपने मन मुताबिक सेट कर रहे हैं। एक किलो में 900 ग्राम समान मिलाना आम बात हो गई है। सब्जी फल किराना दुकानों में उपभोक्ताओं को कम समान दिया जा रहा है। जिसके कारण आम लोगों में असंतोष व्याप्त है। अगर विभाग द्वारा इलेक्ट्रॉनिक तराजू की जांच कर दी जाए तो सारा राज खुल जाए। लेकिन विभ...