संतकबीरनगर, दिसम्बर 25 -- हिन्दुस्तान संवाद, संतकबीरनगर। आलू की फसल में झुलसा रोग तेजी से फैलता है। कवक जनित यह रोग ठंडक के मौसम में तेजी से पनपता है। दस डिग्री सेल्सियस से लेकर 25 डिग्री सेल्सियस के बीच में यह तेजी के साथ फैलता है। कवक का संक्रमण होने पर पत्तियों पर काले धब्बे बनते हैं और पौधे सूख जाते हैं और यह अगेती और पिछेती दोनों प्रकार का होता है। समय रहते प्रबंध नहीं किया गया तो आलू की उपज 50 प्रतिशत प्रभावित होने की संभावना होती है। आलू इस मौसम की महत्वपूर्ण नगदी फसल है। यह एक ऐसी सब्जी है, जो सभी वर्गों द्वारा उपयोग में लाई जाती है। इस फसल में प्रति इकाई, समय और क्षेत्र में सर्वाधिक खाद्य पदार्थ प्राप्त होता है। खाद्यान्न की कमी के कारण होने वाली गंभीर खाद्य समस्या को हल करने में आलू का महत्वपूर्ण योगदान है। आलू की फसल में बुआई स...