नई दिल्ली, अक्टूबर 29 -- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के बारे में जो संकेत दिए हैं, उनसे यही लगता है कि दोनों देश जल्द ही किसी नतीजे पर पहुंचने वाले हैं। भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ थाोपने की उनकी नीति से दोनों देशों के आपसी रिश्तों में एक खिंचाव पैदा हो गया है। संभवत: राष्ट्रपति ट्रंप ने यह सोचा था कि भारत पहली फुरसत में उनकी शर्तें मान लेगा, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह दो टूक कहा कि भले मुझे व्यक्तिगत कीमत चुकानी पड़े, मगर मैं अपने किसान भाइयों और बहनों का अहित नहीं होने दूंगा, तभी यह साफ हो गया था कि भारत बातचीत की मेज पर कठिन सौदेबाजी करेगा। प्रधानमंत्री के बाद वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी हाल में कहा था कि हम ...