रामपुर, मार्च 28 -- मास्टर ट्रेनर और साइको वेद डा. कुलदीप सिंह चौहान ने बिलासपुर हाईवे पर स्थित टोल प्लाजा के टोल कर्मियों और आईएमएस कर्मचारियों को बुनियादी जीवन रक्षक कौशल और दक्षता के प्रशिक्षण के दौरान कहा कि कार्डियक अरेस्ट तब होता है, जब दिल धड़कना बंद कर देता है। इसका मतलब है कि दिल पंप की तरह काम करना बंद कर देता है, जिससे मस्तिष्क तक ऑक्सीजन पहुंचना बंद हो जाता है। ऐसा होने पर व्यक्ति तुरंत बेहोश हो जाता है और सांस लेना बंद कर देता है। तत्काल सीपीआर के बिना व्यक्ति की मौत होने की संभावना होती है। उन्होंने टोल कर्मियों को सीपीआर की जानकारी दी। सीपीआर में छाती पर नीचे की ओर दबाव डालना शामिल है, जो हृदय की पंपिंग क्रिया की नकल करता है और पूरे शरीर और महत्वपूर्ण रूप से मस्तिष्क तक रक्त और ऑक्सीजन पहुंचाता है। लेकिन इसके लिए सीपीआर करन...