गौरीगंज, जून 3 -- अमेठी। संवाददाता सरकार की विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना फिलहाल जिले में कागजों तक ही सिमटी नजर आ रही है। योजना के तहत अमेठी जिले में 10 माह पहले दर्जनों पारंपरिक कारीगरों को छह दिवसीय प्रशिक्षण तो दिला दिया गया, लेकिन अब तक उन्हें टूल किट नहीं मिल सकी। इसके चलते वे कागज पर लाभार्थी तो बन गए, लेकिन वास्तव में उन्हें कोई लाभ नहीं मिला। बढ़ई, दर्जी, लोहार, कुम्हार, नाई, मोची जैसे पेशे से जुड़े कारीगरों ने उम्मीद की थी कि टूल किट मिलने से वे अपना खुद का रोजगार शुरू कर सकेंगे। लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी वे खाली हाथ हैं। कई बार अधिकारियों के चक्कर काटने के बावजूद उन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। इस पूरे मामले पर जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक दिनेश चौरसिया ने बताया कि लाभार्थियों को समय से प्रशिक्षण दिलाया गया था। लेकिन ...