नई दिल्ली, सितम्बर 16 -- सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सबसे ज्यादा प्रभाव प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों पर पड़ेगा, जिन्होंने टीईटी पास नहीं किया। इनको दो साल के भीतर टीईटी पास करना होगा नहीं तो नौकरी चली जाएगी। वहीं, जिनकी नौकरी में पांच साल बचे हैं उनको बिना टीईटी प्रोन्नति नहीं मिलेगी। बड़ी समस्या यह है कि पूर्व में मृतक आश्रित शिक्षक, इंटरमीडिएट के साथ बीटीसी कर बने शिक्षक और जो प्रशिक्षित नहीं हैं उनके लिए संकट खड़ा हो गया है। हाल ही में लिए गए निर्णय से शिक्षकों में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है कि वह स्कूलों में बच्चों को पढ़ाएं या फिर शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी करें। जनपद अलीगढ़ के 2115 स्कूलों में कार्यरत 9000 से अधिक शिक्षकों में से 3000 से ज्यादा सीधे तौर पर इस फैसले से प्रभावित होंगे। सुप्र...