सिमडेगा, अप्रैल 19 -- कुरडेग, प्रतिनिधि। प्रखंड मुख्यालय के झिरकामुंडा गांव पेयजल संकट से जूझ रहा है। हर साल की तरह इस वर्ष भी गर्मी आते ही यहां गंभीर पेयजल समस्या उत्पन्न हो गई है। झिरकामुंडा में करीब 100 से अधिक परिवार रहते हैं। लगभग 400 से अधिक की आबादी का प्यास बूझाने के लिए गांव चार सरकारी चापाकल खोद गए हैं। जिसमें से दो पर सोलर जलमीनार लगा दिया गया है। लेकिन यह जलमीनार भी काफी दिनों से खराब पड़ा है। वहीं एक अन्य जलमीनार भी सूखने के कगार पर हैं। जबकि दो चापाकल भी सूख गया है। गांव के अधिकांश घरों में अपना अपना निजी चापाकल है। लेकिन गर्मी में यह चापाकल भी चापाकल सूख जाता है। यहाँ पूरा क्षेत्र सूखा क्षेत्र है। गांव में पांच सौ फीट डीप बोरिंग कराने पर भी पानी नहीं मिलता है। इस वजह से बाल्टी व डब्बा लेकर लोग दूर दराज से पानी की व्यवस...
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