चक्रधरपुर, फरवरी 18 -- चक्रधरपुर।पश्चिमी सिंहभूम जिले के ग्रामीण ईलाकों में सिंचाई के साधन नहीं होने के कारण गेंहू की फसल काफी कम होती है। ऐसी स्थिति में धान कटनी के बाद किसान अपने अपने खेतों में चना लगा देते है, जो गर्मी के दस्तक के साथही तैयार हो जाता है और महिलाएं चक्रधरपुर सहित चाईबासा, सोनुवा, मनोहरपुर सहित आस पास के बाजार में बिक्री करती है। जिससें महिलाओं को रोजगार मिलता है और परिवार की जरुरतों को पूरा करती है। बता दे कि जिले में सिंचाई के साधन नहीं होने के कारण रवि फसल नहीं के बराबार होती है। जिस कारण धान कटनी के बाद अधिकांश किसान रोटी रोटी के तलाश में महानगरों का रुख करते है और वहां मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते है

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