पिपलोदी गांव, जुलाई 26 -- मां ने टिफिन तैयार किया था, लेकिन शाम को बेटी की लाश उठानी पड़ी...ये दर्द सिर्फ झालावाड़ के पिपलोदी गांव की एक मां का नहीं है, बल्कि पूरे राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था पर एक बदनुमा धब्बा बन गया है। शुक्रवार को हुई इस भयावह दुर्घटना ने न सिर्फ 7 मासूमों की जान ली, बल्कि सरकारी सिस्टम की पोल भी खोल दी। सवाल बड़ा है - क्या हम किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे थे?हजारों स्कूल जर्जर, पर कागज़ों में सब ठीक राजस्थान के शिक्षा मंत्री खुद मानते हैं कि प्रदेश में हज़ारों स्कूल भवन जर्जर स्थिति में हैं। लेकिन जब LIVE हिंदुस्तान ने ज़मीनी स्तर पर पड़ताल की तो तस्वीर और भी डरावनी निकली। जयपुर, गंगानगर, जालौर, झुंझुनूं, करौली, और डूंगरपुर जैसे जिलों से आईं भवनों की तस्वीरें चीख-चीखकर खतरे की घंटी बजा रही हैं। कुछ स्कूलों की छतों ...
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