दरभंगा, अगस्त 31 -- दरभंगा। देश के विभिन्न राज्यों में मखाना उत्पादन के विस्तार के साथ ही पड़ोसी राज्य झारखंड में भी इसकी खेती को बढ़ावा देने पर चर्चा तेज हो गई है। इसी कड़ी में शनिवार को झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के विशेष सचिव सह सलाहकार प्रदीप हजारी के नेतृत्व में एक विशेष दल ने दरभंगा स्थित राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल ने अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार से झारखंड में मखाना उत्पादन की संभावनाओं एवं चुनौतियों पर विस्तृत परामर्श प्राप्त किया। डॉ. कुमार ने बताया कि झारखंड की जलवायवीय परिस्थितियां मखाना उत्पादन के लिए उपयुक्त हैं। राज्य में लगभग पौने तीन लाख हेक्टेयर जल क्षेत्र के साथ सतही जल संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता है। यदि उपलब्ध जलक्षेत्र का मात्र पांच प्रतिशत ...