बोकारो, जुलाई 8 -- वर्षा ऋतु में अपनी बारिश से खेतों को आर्द्रता प्रदान करने वाला नक्षत्र आर्द्रा गरजते-बरसते रविवार 6 जुलाई को विदा हो गया। इसके साथ ही पुनर्वसु नक्षत्र भी उसी तरह बारिश के साथ ही आरंभ हो गया। इस साल आर्द्रा नक्षत्र शुरू से अंत तक लगातार रूक-रूक कर ,कहीं धीमी तो कहीं मूसलाधार बारिश ऐसी पड़ी कि किसान बरसात में खेती-बाड़ी का सही लाभ नहीं ले पाये। क्षेत्र के किसानों का कहना है कि मकई और धान की खेती अत्यधिक बारिश से प्रभावित हो सकती है। पुनर्वसु नक्षत्र में दूसरे दिन सोमवार को बेरमो क्षेत्र में झमाझम बारिश पड़ी।

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