गिरडीह, दिसम्बर 26 -- गिरिडीह, प्रतिनिधि। झारखंड प्रदेश विश्वकर्मा समाज गिरिडीह विश्वकर्मा धाम कार्यालय में गुरुवार को स्वर्गीय ज्ञानी जैल सिंह की पुण्यतिथि मनाई गई। सभी ने उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मौके पर जिलाध्यक्ष देवकी राणा ने कहा कि ज्ञानी जैल सिंह रामगढ़िया सिख समुदाय से आते थे। जिसे बढ़ई जाति का माना जाता है। वह देश के पहले ऐसे राष्ट्रपति थे, जो पिछड़ी जाति से थे। वे भारत के सातवें राष्ट्रपति (1982-1987) थे। वह स्वतंत्रता संग्राम में शामिल थे। वह पंजाब के मुख्यमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री भी बने। मौके पर जिलाध्यक्ष के अलावा जिला कोषाध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा, जिला संगठन सचिव कारू राणा, जिला सदस्य मुकेश राणा, नरेश शर्मा आदि उपस्थित थे।

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