चम्पावत, अगस्त 16 -- चम्पावत। भेषज विकास इकाई की ओर से ग्राम पंचायत जौल एवं सूखीढांग में 65 कृषकों को रीठा के 2500 पौधे वितरित किए गए। जिला भेषज इकाई संघ के प्रभारी देव सिंह ने बताया कि रीठा एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है। जिसकी बाजार में काफी मांग है। इसकी खेती से किसानों को न केवल आर्थिक लाभ होने के साथ पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक होगा। भेषज विकास इकाई के अधिकारियों ने किसानों को रीठा की खेती करने के सही तरीकों के संबंध में बताया।

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