बदायूं, मई 12 -- 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संघर्ष में ककराला में अंग्रेजों से मुकाबला में शहीद हुये योद्धाओं की याद में ककराला में शहीद मेले का आयोजिन किया गया। मेले का तीसरे दिन शनिवार को समापन हो गया। मुख्य अतिथि पंकज श्रीवास्तव ने प्रथम स्वतंत्रा संग्राम के बारे में बताया कि 1857 की क्रांति की बुनियाद पर आधुनिक भारत बना। इसने साबित किया कि हिन्दू और मुसलमान खून के रिश्ते में बंधे हैं। पहली बार अंग्रेजों से आजादी के लिए चले प्रथम स्वतंत्रता संघर्ष के जरिये स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत राष्ट्र के सपने को देखा जो 1947 में साकार हुआ। शहीद मेला के आयोजक कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजीत यादव कहा, ककराला वासियों ने प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन में अंग्रेज सेना के जनरल पैनी को मार गिराया और ककराला को आजाद करा दिया था। शहीद मेला स्थल पर शहीदों की याद में देर...
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