भभुआ, जुलाई 26 -- ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के इस मौसम में ग्रामीण बीमार होकर एपीएचसी में आते हैं। उनकी स्वास्थ्य जांच कर दवाएं दी जाती हैं। अगर कोई डायरिया पीड़ित या गंभीर मरीज आ जाएं तो उन्हें पीएचसी या सदर अस्पताल भेज दिया जाता है। उनका कहना था कि अगर इस अस्पताल में चिकित्सक होते तो मरीजों को इलाज कराने के लिए दूसरी जगह नहीं जाना पड़ता। मरीजों को दूसरे अस्पताल में लेकर जाने में वाहन किराया और समय लगता है। परिवार के सदस्य को साथ में रहना पड़ता है। इससे अन्य काम प्रभावित होते हैं। ग्रामीणों ने एपीएचसी में चिकित्सक को बहाल करने की मांग सरकार से की है। जोड़ बोले भभुआ भगवानपुर प्रखंड के भगवानपुर-मुंडेश्वरी सोन उच्च स्तरीय नहर के वन विभाग का पेड़ भगवानपुर और खजुरा विद्युत पावर सब स्टेशन की बिजली आपूर्ति में बाधक बन रहा है। पेड़ों की टहनियों की व...