हापुड़, सितम्बर 18 -- नगर के दिल्ली रोड स्थित श्रीबाला जी मंदिर में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत महाकथा के चौथे दिन गुरूवार को बागेश्वर धाम से पधारे पंडित रोहित रीछारिया महाराज ने भगवान श्री कृष्ण के जन्म का वर्णन किया। नंगद के आनंद भैया जय कन्हैया लाल और जुग- जुग जीवे री यशोदा मैया तेरो ललना भजन पर भक्तों ने भाव विभोर होकर नृत्य किया। पंडित रोहित महाराज ने बताया कि श्रीमद्भागवत के अनुसार श्री कृष्ण का जन्म जगतपालनकर्ता की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मथुरा के कारागार में देवकी और वासुदेव के घर हुआ था। अत्याचारी कंस से देवकी की रक्षा करने और उसका वध करने के लिए भगवान विष्णु ने कृष्ण के रूप में अवतार लिया। राजा कंस ने आकाशवाणी सुनी कि देवकी का आठवां पुत्र उसका वध करेगा। इस भय से उसने देवकी और वासुदेव को कारागार में बंद कर दिया। भाद्रपद माह की...
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