मथुरा, अप्रैल 1 -- जुग जुग जिओ होरी खेलन वारी, एक हुरियारिन के दो-दो हुईए एक मुकदम एक पटवारी। जैसे होली के देहाती होली रसियाओं के साथ बेरु बाबा मंदिर पर छड़ीमार हुरंगे का आयोजन किया गया। बेरु बाबा की जन्म स्थली मांट में करीब 200 वर्षों से हुरंगे का आयोजन होता चला रहा है। बस समय के साथ साथ इसका स्थान परिवर्तन होता रहा है। वर्तमान में बेरु बाबा मंदिर पर इसका आयोजन होता है। जिसे देखने के लिए आसपास के गांवों से भी लोग आते हैं। मांट के हुरंगा की खास बात यह रही है कि इसमें सभी जाति व सम्प्रदाय के लोग एक साथ हुरंगा खेलते हैं और यहां के बुजुर्ग परम्परागत होली के रसिया गाते हैं। हुरंगा की शुरुआत में पुरुष होली रसिया गाते हैं और फिर हुरियारिन रसिया गाती हैं, जमकर हास परिहास होता है। सोमवार को बसौड़ा मनाने के साथ ही बेरु बाबा मंदिर पर हुरंगा का आयोजन ...