मुरादाबाद, दिसम्बर 22 -- चौराहा गली स्थित राधा कृष्ण के मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास आचार्य अश्विनी मिश्र ने कहा कि जीव मात्र का कर्तव्य प्रभु की भक्ति है। जीव का कल्याण प्रभु सुमिरन और भक्ति में ही निहित है। उन्होंने कहा कि भक्ति की कोई उम्र नहीं होती। जब भी समय मिले नाम जप लेना चाहिए। ध्रुव ने मात्र पांच वर्ष की आयु में ही कठोर तप कर नारायण को प्रसन्न कर लिया था। मगर आज के समय में मनुष्य सांसारिक माया मे लिप्त अधिक रहता है। मुख्य यजमान केपी खन्ना रहे। पूजन पंडित पुष्प राज भट्ट ने कराया। व्यवस्था में संजय चौधरी, बल्लू सिंह,अमितगोयल, नितिन खन्ना, नितिन अग्रवाल, मुकुल गोयल,विवेक रस्तोगी, विपिन गोयल आदि रहे।

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