बरेली, जून 9 -- बरेली। श्री हरि मंदिर मॉडल टाउन में हो रही श्रीराम कथा के आठवें दिन व्यास पंडित बृजेश पाठक ने कहा कि जीवन में ईश्वर का भय होना परम आवश्यक है। बताया कि हमारे धर्म ग्रंथो में निर्भयता को बहुत महत्व दिया गया है। गीता में निर्भयता भक्त का प्रथम लक्षण बताया गया है, लेकिन यदि व्यक्ति भगवान से भी निर्भय हो जाएगा तब तो उसकी भक्ति कलंकित हो जाएगी, जीवन भ्रष्ट हो जाएगा। आज समाज में जो भ्रष्टाचार कदाचार दिखाई देता है इसका एक कारण यह भी है कि व्यक्ति के जीवन में ईश्वर का भय नहीं रह गया है। ईश्वर का भय व्यक्ति को पाप कर्मों से रोकता है, उसे नियंत्रित करता है। सुशील अरोरा, रवि छाबड़ा, अश्विनी ओबेरॉय, रंजन इलाहाबादी, संजीव अरोरा, राजेश, हरीश लुनियाल आदि रहे।

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