बागपत, अप्रैल 22 -- शहर स्थित स्थानक मंडी में धर्म सभा आयोजित की जा रही है। जिसमें जैन संत अरूण चन्द्र ने प्रवचन करते हुए कहा कि कि इंसान को धन के लिए नहीं कर्म करने को दौड़ना चाहिए। इससे उसके जीवन का उद्धार होगा। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही जैन संत ने कहा कि हम निर्धन को सबसे ज्यादा दुखी मानते हैं, लेकिन उससे ज्यादा दुखी वह वह है जो कर्जदार है। निर्धन दो वक्त की रोटी आराम से खाकर सो जाता है, लेकिन कर्जदार व्यक्ति का सामाजिक दायरा भले ही बड़ा हो, मगर देखने में खुश दिखता है। व्यक्ति को यदि धर्म समझ आ जाए और उसमें अमल करने की शक्ति हो तो उसके लिए मोक्ष का मार्ग खुल जाता हैं। इंसान को जीवन में अपने कर्म अच्छे रखने चाहिए। इन्हीं से उसके जीवन में खुशहाली आएगी। इस मौके पर अमित उर्फ विक्की, संजय जैन, मुकेश, प्रवीण, डीके जैन...