गिरडीह, नवम्बर 1 -- रेम्बा, प्रतिनिधि। भौतिक सुख-सुविधाएं तात्कालिक सुख की अनुभूति तो करा सकती हैं पर जीवन में असली शांति व सुकून भागवद कथा से ही मिल सकता है। जीवन की व्यथा दूर करने का उपाय भागवत कथा है। उक्त बातें भागवत कथावाचक आचार्य विवेकानंद पाण्डेय ने जमुआ प्रखंड के रेम्बा में शंभू गुप्ता द्वारा आयोजित एकादशी उद्यापन हेतु हो रहे श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में कथा मंच से गुरुवार को कही। उन्होंने कहा कि जब मानव के पूर्व सुकृति का अभ्युदय होता है, तब उन्हें सत्संग का सुअवसर मिलता है। सत्संग के प्रभाव से उनके अंदर छिपे अज्ञान और मोह रूपी तिमिर का नाश होता है और फिर विवेक यानि ज्ञान की अभिवृद्धि होती है। आचार्य ने भागवत माहात्म्य की कथा बड़े ही रोचक एवं तार्किक तरीके से प्रस्तुत किया। उन्होंने भक्ति-ज्ञान और वैराग्य की चर्चा करते हुए कहा कि...