मधेपुरा, जुलाई 5 -- कुमारखंड, निज संवाददाता।श्रीमद भागवत जीवन की एक आदर्श संहिता है। इसे केवल सुनने मात्र से कल्याण होगा। रानीपट्टी सुखासन पंचायत के सुखासन गांव में शुक्रवार को सातवें दिन श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में कथावाचिका निशु भारद्वाज गोपीजी ने कहा कि कलियुग में मोक्ष का सबसे बड़ा साधन भागवत कथा सुनना है। भागवत जीवन का दर्पण है। मनुष्य जब ईश्वर भक्ति के सनातन-पुरातन मार्ग छोड़कर मनमाना आचरण करने लगता है, तो इससे धर्म के संबंध में अनेक भ्रांतियां फैल जाती है। धर्म के नाम पर विद्वेष, लड़ाई-झगड़े, भेदभाव, अनैतिक आचरण होने लगता है। उन्होंने कहा कि यह शरीर अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी व आकाश से बना है और इसी में मिल जाएगा। लेकिन आत्मा स्थिर है। परिवर्तन संसार का नियम है। जिसे हम मृत्यु समझते हैं वही जीवन है। एक क्षण में मनुष्य करोड़ों का स्वामी...