अलीगढ़, अक्टूबर 6 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। बिजली उपभोक्ताओं को सरकार के जीरो परसेंट जीएसटी के दावे के बावजूद महंगे स्मार्ट प्रीपेड मीटरों का झटका लग रहा है। पहले एक साधारण मीटर की कीमत 872 रुपये थी, जिस पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगने के बाद भी कनेक्शन लागत करीब 1780 रुपये आती थी। लेकिन अब बिना किसी जीएसटी के यही मीटर 6016 रुपये में लगाया जा रहा है। उपभोक्ताओं को कुल 6414 रुपये तक खर्च उठाना पड़ रहा है। बिजली विभाग की स्मार्ट प्रीपेड मीटर योजना का उद्देश्य पारदर्शिता और बिजली की चोरी रोकना बताया गया था, लेकिन उपभोक्ताओं को राहत की जगह महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि नए मीटर में संचार मॉड्यूल, सर्वर चार्ज और डेटा मैनेजमेंट सिस्टम जैसी तकनीकें शामिल होने से लागत बढ़ी है। मगर सवाल यह है कि अगर जीएसटी हटा भी दिया गया...