संभल, जून 13 -- नगर पंचायत सिरसी के इमामबाड़ा मोहल्ला गरबी में बुधवार रात एक महफिल का आयोजन मास्टर गदीरुल हसन उर्फ बाबू के नेतृत्व में किया गया। जिसमें दूर दूर से आए शायरों ने अपने कलाम प्रस्तुत किये। महफिल का प्रारंभ हादीसे किससा की तिलावत से शुरू हुआ। हदीसे किसा की तिलावत मौलाना सुब्हान नजफी ने की जबकि नाते रसूले पाक जिया नसीर शफी ने पढी। शिया जामा मस्जिद के पेश नमाज मौलाना एहतेशाम अली मौलाना शमीम, मौलाना सफी असगर नजमी, मौलाना फैजान अली, मौलाना मंज़र अब्बास, मौलना इक़रार रज़ा ने हज़रत अली अलैहे पर गदीर के संबंध में प्रकाश डाला। सलीम बलरामपुरी ने क्या खूब कहा कि जिसके सीने में खुदा इल्म का दफ्तर रख दे, वह अगर चाहे तो कूज़े में समंदर रख दे। शायर हिलाल रिजवी लखनऊ ने कहा कि बेकार होगा। हक की नजर में हर एक अमल, उसमें अगर अली की विलायत नहीं हुई। ...
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