कटिहार, मई 25 -- कटिहार, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि जिले के विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार के लिए शुरू किए गए टीएबी (ट्रैकिंग अकैडमिक बेसलाइन) और एमआईपी (मासिक हस्तक्षेप योजना) जैसे महत्त्वपूर्ण शैक्षणिक प्रोजेक्ट में स्कूलों की भागीदारी बेहद कम देखी जा रही है। आंकड़े बताते हैं कि जिले के 718 स्कूलों में से केवल 190 ने ही प्रोजेक्ट में सक्रिय भागीदारी निभाई है, जो कि कुल का मात्र 26 प्रतिशत है। वहीं, केवल 59 स्कूल ऐसे हैं जिन्होंने यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से संपन्न किया है, जो कुल का सिर्फ 8 फीसदी है। यह स्थिति तब है जब इन प्रोजेक्ट्स का उद्देश्य कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के विज्ञान और गणित जैसे विषयों में आधारभूत समझ विकसित करना है। इन विषयों के शिक्षक ही टीएबी और एमआईपी की जिम्मेदारी निभाते हैं, लेकिन अधिकांश स्कूलों में यह कार्य या तो...