संतकबीरनगर, अगस्त 25 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में लंपी की बीमारी तेजी से पांव पसार रही है। अब तक एक दर्जन पशु इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं। संक्रमण की चपेट में आने वाले पशु को दूसरे पशुओं से अलग कर आइसोलेट कर इलाज किया जा रहा है। साथ ही उसके आसपास के पशुओं को लंपी का टीका भी लगाया जा रहा है। ताकि दूसरे पशु इस बीमारी की गिरफ्त में न आने पाएं। गोवंशीय पशुओं में लंपी रोग लक्षण अधिक देखने को मिल रहे हैं। इस बीमारी में पशुओं गले के आसपास गिल्टी बनने लगती है। देखने में ऐसा लगता है कि फोड़ा हो रहा है। बाद में यही गिल्टी फूट जाती है और घाव भी बन जाता है। वायरस जनित बीमारी होने की वजह से इस बीमारी का कोई पुख्ता इलाज नहीं है। पशु में जिस प्रकार का लक्षण नजर आता है, उसी प्रकार की दवाओं से पशुओं का इलाज किया जाता है। इस बीमार...