मुंगेर, अगस्त 20 -- मुंगेर एक संवाददाता। जिले में स्वच्छता अभियान पूरी तरह चरमराता नजर आ रहा है। हालत यह है कि, अधिकांश पंचायतों में कचरा उठाने का कार्य फिलहाल लगभग ठप हो चुका है। बाढ़ उतरने के बाद भी जिन क्षेत्रों में सबसे अधिक सफाई और सैनिटेशन की जरूरत है, वहां प्रशासनिक लापरवाही साफ दिखाई दे रही है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में अब तक न तो ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हुआ है और न ही चूने का छिड़काव किया गया है। सड़कों और गली-मोहल्लों में सड़ांध और दुर्गंध का आलम यह है कि, ग्रामीण घरों से निकलने तक से डर रहे हैं। जल-जमाव के कारण कचरों के सड़ने से बीमारी फैलने का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। मच्छरों और मक्खियों की भरमार से लोग डेंगू, मलेरिया और अन्य संक्रमणजन्य रोगों को लेकर भयभीत हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि, सरकार के स्वच्छता मिशन की भी असलियत...