बलिया, अगस्त 19 -- बलिया, वरिष्ठ संवाददाता। ऐतिहासिक गाथा को खुद में समेटे जिला कारागार मंगलवार को एक बार फिर गौरवशाली परम्परा का साक्षी बना। सुबह के ठीक नौ बजे सांकेतिक रूप से जेल का फाटक खुला और हाथों में तिरंगा लहराते तथा वंदे मातरम और भारत माता की जय का उद्घोष करते हुए सेनानी, उनके परिजन और विभिन्न राजनीतिक दलों व संगठनों के लोग बाहर निकले। पूरे शहर में भ्रमण कर सेनानियों और महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर नमन किया। जिला कारागार पर सुबह के आठ बजे से ही लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। जैसे-जैसे घड़ी की सुई नौ बजने की ओर बढ़ी, जेल परिसर में हलचल बढ़ने लगी। गेट पर बंधे माइक से बज रहा 'मेरा रंग दे बसंती चोला... गीत माहौल में देशप्रेम का रंग घोल रहा था। करीब पौने नौ बजे सेनानी, उनके आश्रित के साथ ही अलग-अलग संगठनों के ...