उरई, अप्रैल 3 -- उरई। दूसरे चरण में 75 राशन की मॉडल दुकानों का निर्माण मनरेगा से कराया जाएगा। यहां पर कोटेदार राशन का भंडारण और वितरण करेंगे। राशन के साथ ही आम लोग यहां आय जाति से लेकर विभिन्न प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर सकेंगे। जनपद में 765 राशन की दुकानें हैं। इनमें से अधिकांश गांवों में कोटेदारों द्वारा या तो अपने घरों में या किराए पर दुकान लेकर इनमें राशन दुकानों का संचालन किया जा रहा है। शासन द्वारा अब खुद की निजी दुकान निर्माण करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत सभी राशन की दुकान ग्राम पंचायत की जमीन पर बनाई जाएंगी। पहले चरण में 75 दुकानों का निर्माण कराया जाएगा। यहीं पर वितरण के लिए भेजे जाने वाले खाद्यान्न का भंडारण होगा और यहीं से कोटेदार राशन का वितरण करेंगे। मनरेगा से निर्मित होने वाली प्रत्येक दुकान की लागत नौ से दस लाख निर्धार...