आगरा, फरवरी 18 -- आगरा। जिस बाजार को आगरा के इतिहास का सबसे पहला और बड़ा बाजार कहा जाता है। वह बाजार आजाद भारत में अव्यवस्थाओं का शिकार है। बाजार में बंदरों का आतंक है। इसके अलावा बाजार में हर समय ही जाम का झाम रहता है। पार्किंग के लिए बाजार में कोई इंतजाम नहीं है। बाजार की संकरी गलियों में माल(सामान) उतारने-चढ़ाने में पल्लेदारों के पसीने छूट जाते हैं। संवाद कार्यक्रम में श्री मोतीगंज खाद्य व्यापार समिति के पदाधिकारियों ने अपनी परेशानियां साझा कीं। कहा कि बाजार में पार्किंग का इंतजाम नहीं हैं। इस वजह से बाजार में दिन रात जाम के हालात बने रहते हैं। पार्किंग की समस्या का समाधान हो जाए तो बड़ी राहत मिल जाए। व्यापारियों ने बंदरों को बाजार से हटाए जाने की मांग की है। श्री मोतीगंज खाद्य व्यापार समिति 100 साल पुरानी है। यहां बसे व्यापार का इतिहा...