संभल, सितम्बर 25 -- जैसे ही फसलों का सीजन शुरू होता है, संभल की अनाज मंडी में अफरा-तफरी मच जाती है। खेत से निकली फसल मंडी तक पहुंचते-पहुंचते घंटों नहीं, बल्कि 24 से 48 घंटे का सफर बन जाती है। ट्रैक्टर-ट्रालियों की लंबी कतारें, मंडी के आसपास की सड़कों पर जाम का ऐसा आलम पैदा कर देती हैं कि किसान न बेच सकते हैं फसल, न लौट सकते हैं घर जैसे ही किसान मंडी की ओर बढ़ते हैं, घंटों तक ट्रैफिक में फंसे रहना उनकी नियति बन जाती है। हालात ऐसे होते हैं कि कई किसान सड़कों के किनारे ही ट्रैक्टर-ट्रालियों में रात गुजारते हैं, वहीं खाते हैं, वहीं सोते हैं - और अगली सुबह भी मंडी की भीड़ में नंबर आने का इंतजार करते हैं। शिवपाल सिंह, एक स्थानीय किसान, बताते हैं, "हम रातभर ट्रैक्टर में बैठे रहते हैं। ना खाना ठीक से मिलता है, ना पानी। और जब नंबर आता है, तब तक शर...