गंगापार, मई 20 -- मांडा, हिन्दुस्तान संवाद। टूटे व बिखरे चकर्डप्लेट, बांस की बल्ली पर तार की रेलिंग, जगह जगह दरार ही डेंगुरपुर पांटून पुल पहचान बन गया है। इसी पांटून पुल से प्रतिदिन हजारों की संख्या में जान जोखिम डालकर लोग गंगा आरपार होते हैं। मांडा क्षेत्र को भदोही जनपद के पर्यटक स्थल सीतामढ़ी सहित दर्जनों गांवों से जोड़ने के लिए मांडा के डेंगुरपुर गंगाघाट पर पीडब्ल्यूडी द्वारा हर साल 95 पीपे का पुल बनाया जाता है। पहले इस पुल से गुजरने वाले दो पहिया व चार पहिया वाहनों से टैक्स लिया जाता था और उस टैक्स के एवज में पुल व पुल के दोनों ओर पुल के प्लेटफार्म की देखरेख और मरम्मत समय समय पर की जाती थी। भाजपा सरकार ने पुल को टैक्स मुक्त करने के साथ मरम्मत मुक्त भी कर दिया, जिससे पुल पूरी तरह अनाथ हो गया है। इस पुल के दोनों ओर प्लेटफार्म पर न तो चक...