भागलपुर, जुलाई 2 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता। मायागंज अस्पताल के नेत्र रोग विभाग को दान में मिली कॉर्निया मंगलवार को हुए स्टेप्लर माइक्रोस्कोपी जांच में खरा नहीं उतरी। ऐसे में अब नेत्र विभाग ऐसे मरीज को ढूंढ़ने में लगा है, जिसे कॉर्निया अल्सर नामक बीमारी है। अगर इस तरह का बीमार पांच जुलाई तक नहीं मिलता है तो इसके इस्तेमाल के लिए आईजीआईएमएस पटना भेज दिया जाएगा। मंगलवार को कोलकाता से इंजीनियर आये और दोपहर 12 बजे तक स्टेप्लर माइक्रोस्कोपी मशीन बना दी। इसके बाद दान में मिली कॉर्निया की जब स्टेप्लर माइक्रोस्कोप से जांच (मूल्यांकन) की गई तो ये कॉर्निया इस लायक नहीं पायी गयी कि इसे किसी अंधे मरीज की आंखों में लगाकर उसकी अंधेरी जिंदगी को रोशन किया जा सके। लेकिन ऐसे मरीज को लगायी जा सकती है, जिसे कॉर्निया अल्सर हो। नेत्र रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. पम...