हाथरस, अक्टूबर 2 -- हाथरस। अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर बुजुर्गों का सम्मान समारोह आंनदपुरी में प्रजापिता ब्रहमाकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय पर आयोजित हुआ। शान्ता बहन ने कहा कि कहावत है जहाँ न पहुँचे रवि, वहाँ पहुँचे कवि लेकिन अब उसमें यह भी जोड देना चाहिए कि जहाँ न पहुँचे कवि , वहाँ पहुँचे अनुभवी। किताबों से पढकर या मोबाइल पर सोशल मीडिया, इंटरनेट से जानकारी तो बहुत सी हो सकती हैं लेकिन जिनकी जीवन ही अनुभवों की कहानी बन चुकी हो उनकी बात अलग होती है। ऐसे बुजुर्गों के अनुभव सदैव प्रासंगिक रहेंगे, चाहे युग कितना भी आधुनिक आ जाये। जैसे श्रीमद्भगवती गीता और रामचरित मानस और इस संगठन के माध्यम से परमपिता परमात्मा शिव के महावाक्यों का ब्रहमाबाबा द्वारा कराया गया ज्ञानामृत इस भागती दौडती जिन्दगी में सुकून देने के लिए सदैव प्रासंगिक हैं और रहेंगे...