बरेली, मई 13 -- बरेली। श्रीहरि मंदिर मॉडल टाउन में श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन व्यास आचार्य धर्मेंद्र ने कहाकि हम सभी मनुष्य संसार में निरंतर भविष्य की चिंता करते रहते हैं। सभी को यह जरूर पता होना चाहिए कि हमारे जीवन का उद्देश्य क्या है। उस उद्देश्य को पूर्ण करने को आपके सलाहकार कैसे हैं, आपको रस किन चीजों में आता है। भगवान की भक्ति में या संसार के प्रपंच में। बताया कि श्रीमद्भागवत कथा हमें बताती है कि हमें वेद के द्वारा बताई गई अपनी पंरपराओं का पालन करना चाहिए। गीता में 36 बार भगवान ने अर्जुन को पार्थ के नाम से संबोधित किया। बताया जहां धर्म होता है वहीं भगवान होते हैं। जहां भगवान होते हैं वहीं जय होती है। इसलिए हमें अपने सनातन धर्म का सदैव पालन करना चाहिए। सुशील अरोड़ा, रवि छाबड़ा, अश्वनी ओबेरॉय, संजय आनंद, गोविंद तनेजा, रंजन कुमार, यो...