बागपत, दिसम्बर 21 -- फसलों में रासायनिक उर्वरक और कीटनाशक का इस्तेमाल इंसान ही नहीं पशुओं के लिए भी खतरनाक साबित हो रहा है। चारे से प्रोटीन, खनिज और विटामिन खत्म हो रहे हैं। ऐसा चारा खाकर दुधारू पशु बांझ हो रहे हैं। करीब एक साल पहले बांझ पशुओं की तादाद 5500 थी, जो अब और बढ़कर 7000 तक पहुंच गई है। पशुओं में बढ़ रहे बांझपन से पशुपालक परेशान बने हुए है। प्रजनन के लिए सही मात्रा में कार्बोहाइट, प्रोटीन, खनिज पदार्थ, विटामिन एवं पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन फसलों में रसायनिक उर्वरक और कीटनाशक के इस्तेमाल से पोषक तत्व खत्म हो रहे हैं। खनिज तत्वों और जिंक की कमी से पशु गर्भित नहीं हो पाते। चारे में विटामिन-ए- विटामिन डी, फास्फोरस, कापर, आयरन, काबोल्ट, आयोडीन, सेलेनियम की भी मात्रा घट गई है। गौरतलब है कि पिछले एक वर्ष के भीतर जिलेभर के 7000 से...