लखनऊ, अप्रैल 9 -- मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में बुधवार को विश्व पार्किंसन दिवस को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। न्यूरोलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया हर माह ओपीडी में औसतन पार्किंसन के 90 मरीज आते हैं। इनमें से ज़्यादातर बीमारी के काफी बढ़ जाने के बाद आते हैं। हाथों में कंपन, चलने में धीमापन, आवाज़ का धीमा होना और चलने में परेशानी आदि लक्षण होते हैं। अगर इन संकेतों को समय पर पहचाना जाए तो इलाज का असर बेहतर होता है। लोगों को पार्किंसन रोग के लक्षणों, उससे जुड़ी गलतफहमियों और नए इलाज के विकल्प बताएं।

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