गुमला, जुलाई 17 -- चैनपुर प्रतिनिधि। चैनपुर का उप डाकघर जो वर्ष 1981 में बना था,अब पूरी तरह जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। बारिश के मौसम में छत से टपकते पानी और गिरते प्लास्टर के बीच डाककर्मी छाता ओढ़कर काम करने को मजबूर हैं। ग्राहकों की भी जान को खतरा बना रहता है। जिससे वे डरे-सहमे डाकघर में प्रवेश करते हैं।डाकपाल विनीत टोपनो ने छत पर तिरपाल लगाकर स्थिति संभालने की कोशिश की है ताकि कंप्यूटर, लैपटॉप और जरूरी दस्तावेज सुरक्षित रह सकें। डाककर्मी राजेश कुमार, कुमार पुष्कर, इंदिमा कुमारी, शेख ईदवा, कमलेश कुमार, रजत कुमार राज और सोहन उरांव ने कहा कि वे अपनी जान जोखिम में डालकर सेवा दे रहे हैं।ग्राहकों ने भी डाकघर की जर्जर हालत पर गहरी चिंता जताई है। एक ग्राहक ने कहा, "हम डाकघर में जल्दी से जल्दी काम निपटाकर बाहर निकलने की दुआ करते हैं। प्रत्य...