अलीगढ़, अगस्त 18 -- अलीगढ़, कार्यालय संवाददाता। फसल में उर्वरक के प्रयोग से भले ही किसानों को अच्छा उत्पादन मिलता हो, लेकिन इसके कई नकारात्मक प्रभाव हैं। इन प्रभावों से फसल को बहुत नुकसान होता है। पूर्व में हुए नुकसान में किसानों की खड़ी फसल गिर गई। इसका एक कारण खाद का अत्यधिक प्रयोग माना गया है। जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि यूरिया उर्वरक का प्रयोग निर्धारित मात्रा में ही धान की फसल में करें। यूरिया उर्वरक का अधिक प्रयोग करने से धान में चावल ठीक से नहीं बनता है, पौधे की बढ़वार अधिक होने के कारण गिरने की संभावना रहती है। बारिश के समय हवा में गिरने वाली धान की फसल में एक कारण अत्यधिक यूरिया का प्रयोग ही होता है। साथ ही मिट्टी की उर्वरा शक्ति पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। फसल में रोग लगने की संभावना बढ़ जाती है। किसान को फसल...
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