वाराणसी, अक्टूबर 6 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। जयघोष के बीच जानकीजी के साथ प्रभु श्रीराम राज सिंहासन पर विराजमान हुए। पुष्पवर्षा के बीच गुरु वशिष्ठ ने राजतिलक किया। ब्राह्मणों ने भी मंत्रोचार किया। अयोध्यावासी आनंद विभोर होकर नाचने लगे। बाजे बजने लगे, महताबी छूटने लगी। सबकी आंखें प्रभु की इस झांकी को अपने अंदर बसा लेने के लिए बैचेन थीं। यह दृश्य था श्रीआदि रामलीला लाटभैरव वरुणा संगम काशी की श्रीराम राज्याभिषेक की लीला का जो रविवार को अयोध्या (विशेश्वरगंज) में जीवंत हुआ। लीला के आरंभ में भगवान राम ने भाइयों और जानकी के साथ सविधि पूजन-हवन किया। लीला व्यास पं. दयाशंकर त्रिपाठी ने हवन कराया। इसके बाद श्रीराम सिंहासन पर विराजे और उनका राज्याभिषेक हुआ। माता कौशल्या ने आरती उतारी तो भगवान शिव, ब्रह्मा सहित देवताओं ने राजाराम की स्तुति की। गुरु ...