मऊ, मई 3 -- मधुबन। कस्बे के एक निजी विद्यालय में शुक्रवार को महाकवि सूरदास की जयंती मनाई गई। आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल मिश्र ने महाकवि सूरदास की जीवनी, उनकी प्रमुख 16 रचनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। अधिवक्ता अनिल मिश्र ने कहा कि सूरदास ने अपने जीवनकाल में सूरसागर, सुरावली, साहित्य लहरी, नल दमयंती, व्याहालों प्राण प्यारी, दशम स्कंध जैसी कई रचनाएं लिखी। उनके पिता का नाम रामदास था जो कि एक सारस्वत ब्राह्मण थे। उनकी माता का नाम जमुना दास था। पंडित वल्लभाचार्य उनके गुरु रहे। कार्यक्रम का संचालन नगर बौद्धिक प्रमुख कपूर चन्द वर्मा ने किया। कार्यक्रम में लवकुश विश्वकर्मा, सचेत प्रजापति, अमिता जायसवाल, शिवम, संगीता मौर्य, ममता, रंजना मौर्य सहित अन्य मौजूद रहे।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसे...